Monday, 27 June 2016

सवाल

कई सवाल थे जो वो पूछना चाहती थी तुमसे
पर पूछ नहीं पायी
कुछ सवाल उसने मुझसे पूछे तुम्हारे बारे में
वो जानना चाहती थी बहुत कुछ
पर जान न पायी कुछ भी
वो सवालों में खोई, ख्यालों में डूबी
डूबती चली गयी और मै उसे बचा न पायी
न ही उसे बता पायी उन सवालों के उत्तर, जिनका बोझ
वह मेरे कंधे पर लाद कर निकल गयी
बस मुझे वह सवाल तुम्हारे हवाले करने हैं
उत्तर दो या यूं ही अपने पास रख लो
सवालों की उस गठरी से मुझे मुक्ति दे दो।।।